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तंत्र , मंत्र और यंत्र में अंतर
difference मनोरंजक

तंत्र , मंत्र और यंत्र में अंतर

विज्ञान वरदान या अभिशाप यह प्रश्न आते ही हम इस पर चर्चा करते है। यदि आपसे पूछा जाए तंत्र , मंत्र , यंत्र अभिशाप या वरदान तो आप बिना चर्चा किए इसे अभिशाप का रूप…

चिश्ती,कादरी, सोहरावर्दी और नक्शबंदी सिलसिले में अंतर
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चिश्ती,कादरी, सोहरावर्दी और नक्शबंदी सिलसिले में अंतर

सूफ़ी शब्द  'सूफ़' से बना है जिसका अर्थ ऊन है। यह सूफी संतों द्वारा पहने जाने वाले खुरदूरे ऊनी कपड़ों को दर्शाता है। कुछ विद्वान इसकी उत्पत्ति 'सफ़ा' शब्द से मानते हैं जिसका अर्थ साफ…

पाखंड , आडंबर और ढ़कोसला में अंतर
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पाखंड , आडंबर और ढ़कोसला में अंतर

पाखंड - पाखंड फैलाना अर्थात ढोंग रचना।  स्वयं द्वारा सामूहिक स्तर पर घोषित अभिव्रतियों से विपरीत व्यवहार करना। प्रपंच रचना(चाल चलना)। धर्म और नीति के विरूद्ध आचरण/व्यवहार करते हुए भी स्वयं को धार्मिक , सत्यवादी…

नयनार और अलवार संतों में अंतर
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नयनार और अलवार संतों में अंतर

नयनार (शैव भक्त) और अलवार (वैष्णव भक्त) दोनों ही हिंदू धर्म के देवता शिव और विष्णु के परम उपासक हैं। यह तमिलनाडु में अपने-अपने देवताओं का गुणगान करते हुए भ्रमण किया करते थे। इन्होंने बहुत से…

सगुण और निर्गुण भक्ति में अंतर
difference सामान्य जानकारी

सगुण और निर्गुण भक्ति में अंतर

14 वीं से 17 वीं शताब्दी के बीच का काल भक्ति काल कहलाता है। भक्ति परंपरा को दो मुख्य वर्गों में विभाजित किया गया है- निर्गुण और सगुण। निर्गुण भक्ति और सगुण भक्ति का आधार…

मनोवैज्ञानिक और मनोचिकित्सक में अंतर
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मनोवैज्ञानिक और मनोचिकित्सक में अंतर

भारतीय परिवेश में मनोरोग एक नया शब्द उभर कर आया है। इससे पहले भारतीय संस्कृति की विरासत , तीज त्यौहार, सामाजिक ढांचा , परिवारिक संबंध इस प्रकार के थे कि मनोरंजन था पर मनोरोग नही।…

चेतन ,अवचेतन और अचेतन मन में अंतर
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चेतन ,अवचेतन और अचेतन मन में अंतर

चेतन , अवचेतन और अचेतन मन का स्वरूप दार्शनिकों और वैज्ञानिकों के दृष्टिकोण से अलग-अलग है। अतः इस लेख में दोनों के विचारों के आधार पर चेतना के विभिन्न स्वरूपों का वर्णन किया गया है।…

आधि , व्याधि और उपाधि में अंतर
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आधि , व्याधि और उपाधि में अंतर

कबीर संगति साध की, हरै और की व्याधि। संगति बुरी असाध की, आठौं पहर उपाधि।। अर्थ- कबीर जी कहते हैं साधु/ सज्जन व्यक्ति की संगति से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। वही  दुर्जन व्यक्ति…

कर्म और कर्तव्य में अंतर
difference सामान्य जानकारी

कर्म और कर्तव्य में अंतर

कर्म और कर्तव्य पर आधारित महापुरुषों के दिव्य वचन- कर्म  प्राणी अकेला जन्मता है, अकेला मरता है और अपने पाप पुण्य (कर्म) का फल अकेला ही अनुभव करता है।- श्री कृष्ण।कर्म माने प्रत्यक्ष सेवा ,भक्ति माने…

अकेलापन और एकांत में अंतर
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अकेलापन और एकांत में अंतर

अकेलापन चल अकेला, चल अकेला ,चल अकेला। तेरा मेला पीछे छूटा राही चल अकेला।। यह पंक्तियां एक गीत की है जिस के भाव अकेलेपन के निराशावादी विचारों को छोड़कर आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।…