महत्वकांक्षा और आकांक्षा में अंतर जानिए

महत्वकांक्षा एक उच्च सपन है, जो व्यक्ति को सोने नहीं देता। यह जीवन लक्ष्य होता है, जिसे व्यक्ति स्वयं निर्धारित करता है। पद, प्रतिष्ठा , उपहार , सम्मान, निपुणता ,भव्यता इस तरह के जीवन लक्ष्य…

शिक्षण तथा अधिगम में अंतर जानिए

शिक्षण तथा अधिगम( सीखना) परस्पर जीवन रथ के दो पहिए हैं। इन दोनों का क्षेत्र बहुत ही व्यापक है। महात्मा गांधी के अनुसार " शिक्षा का अर्थ शरीर, मन तथा आत्मा के सर्वागिक एवं  सर्वोत्कृष्ट विकास  है…

नैतिकता तथा नीति निर्देशक में अंतर

आज के बदलते परिवेश में बच्चों में संस्कारों का अभाव है। अल्पायु से ही बौद्धिक शिक्षा का महत्व तथा नैतिक शिक्षा की उपेक्षा(negligence) ने मानव जीवन को पतन के कगार पर ला कर खड़ा कर…

व्यवहारिक तथा संवेदनशील में अंतर जानिए

व्यवहारिक तथा संवेदनशील व्यक्ति में अंतर स्पष्ट दिखाई देते हैं। यदि व्यवहारिकता को हिमालय कहा जाए ,तो भावुकता एक नदी है।शास्त्रों के अनुसार व्यवहारिकता पुरुषो और संवेदनशीलता स्त्रियों का गहना है। व्यवहारिक व्यक्ति लक्ष्य की…

सहनशीलता / सहिष्णुता तथा स्वीकार्यता में अंतर

सहिष्णुता यदि एक गुण है तो स्वीकार्यता एक महागुण है। सहिष्णुता यदि आत्म नियंत्रण, आत्म संयम को प्रर्दशित करती है। वही स्वीकार्यता हमारी आत्मशक्ति , आत्मबल का रूप है। सहनशीलता, स्वीकार्यता एक गुण है परंतु …

जीवन मूल्य तथा जीवन सिद्धांत में अंतर

जीवन , जीना भी एक कला है। यदि जीवन में मूल्य ,सिद्धांत न हो तो वह आत्मा विहीन शरीर बन जाएगा। जीवन मूल्य हमारे संस्कारों को प्रदर्शित करते हैं।वही जीवन सिद्धांत हमारी शिक्षा ,योग्यता को…

प्रतिष्ठित व्यक्ति तथा प्रभावशाली व्यक्ति में अंतर जानिए

व्यक्तित्व के निर्माण के कई सोपान होते हैं। व्यक्ति यदि अपनी क्षमता का सदुपयोग करें तथा अपने क्षेत्र में प्रेरणादायक स्रोत बन कर कार्य करें तो वही व्यक्ति प्रसिद्धि को प्राप्त करता है। हमारे देश…

दिल तथा दिमाग में अंतर जानिए
difference सामान्य जानकारी

दिल तथा दिमाग में अंतर जानिए

किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व की पहचान उसके दिल और दिमाग से होती है। ये दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू है। भाव शुन्य या ज्ञान शुन्य व्यक्ति जीवन में कभी उन्नति नहीं कर…

मानसिक स्वास्थ्य तथा भावनात्मक स्वास्थ्य में अंतर

मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए सकारात्मक विचार अचूक औषधि की तरह कार्य करते हैं ।दोनों ही प्रकार के  रोगों का मूल कारण नकारात्मक ,हिंसात्मक, निराशावादी , ईर्ष्या युक्त व्यक्तित्व होता है। अतः मानसिक और…

क्रोध तथा नफरत में अंतर जानिए

क्रोध और नफरत यह दोनों भावनाएं ही नकारात्मक (निराशावादी ) ऊर्जा का स्रोत है। जब किसी ओर की गलती की सजा, स्वयं को देनी हो तो क्रोध किया जाता है। इसी प्रकार जब व्यक्ति अपने…