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सहनशीलता / सहिष्णुता तथा स्वीकार्यता में अंतर

सहिष्णुता यदि एक गुण है तो स्वीकार्यता एक महागुण है। सहिष्णुता यदि आत्म नियंत्रण, आत्म संयम को प्रर्दशित करती है। वही स्वीकार्यता हमारी आत्मशक्ति , आत्मबल का रूप है। सहनशीलता, स्वीकार्यता एक गुण है परंतु …

जीवन मूल्य तथा जीवन सिद्धांत में अंतर

जीवन , जीना भी एक कला है। यदि जीवन में मूल्य ,सिद्धांत न हो तो वह आत्मा विहीन शरीर बन जाएगा। जीवन मूल्य हमारे संस्कारों को प्रदर्शित करते हैं।वही जीवन सिद्धांत हमारी शिक्षा ,योग्यता को…

प्रतिष्ठित व्यक्ति तथा प्रभावशाली व्यक्ति में अंतर जानिए

व्यक्तित्व के निर्माण के कई सोपान होते हैं। व्यक्ति यदि अपनी क्षमता का सदुपयोग करें तथा अपने क्षेत्र में प्रेरणादायक स्रोत बन कर कार्य करें तो वही व्यक्ति प्रसिद्धि को प्राप्त करता है। हमारे देश…

दिल तथा दिमाग में अंतर जानिए
difference सामान्य जानकारी

दिल तथा दिमाग में अंतर जानिए

किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व की पहचान उसके दिल और दिमाग से होती है। ये दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू है। भाव शुन्य या ज्ञान शुन्य व्यक्ति जीवन में कभी उन्नति नहीं कर…

मानसिक स्वास्थ्य तथा भावनात्मक स्वास्थ्य में अंतर

मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए सकारात्मक विचार अचूक औषधि की तरह कार्य करते हैं ।दोनों ही प्रकार के  रोगों का मूल कारण नकारात्मक ,हिंसात्मक, निराशावादी , ईर्ष्या युक्त व्यक्तित्व होता है। अतः मानसिक और…

क्रोध तथा नफरत में अंतर जानिए

क्रोध और नफरत यह दोनों भावनाएं ही नकारात्मक (निराशावादी ) ऊर्जा का स्रोत है। जब किसी ओर की गलती की सजा, स्वयं को देनी हो तो क्रोध किया जाता है। इसी प्रकार जब व्यक्ति अपने…

धैर्य/धीरज/सब्र और तप/हठ/दृढ़ता में अंतर जानिए

धैर्य और दृढ़ता एक दूसरे के पूरक होते हैं । धैर्य निष्क्रिय नहीं , बल्कि सक्रिय बनाता है। जो व्यक्ति धैर्य व दृढ़ता धारण करता है उसको इच्छित प्रत्येक वस्तु प्राप्त हो सकती है। धैर्य…

कथा साहित्य और वास्तविक साहित्य में अंतर

हिंदी साहित्य का प्रारंभ आज से लगभग हजार वर्ष पूर्व हो चुका था। यह निर्विवाद सत्य है कि साहित्य समाज का प्रतिबिंब है। अतः समाज की बदलती हुई राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक एवं अन्य परिस्थितियों के…

ओजस्वी वक्ता बनिए

ओजस्वी वक्ता बनने के लिए इन  दोहो ,मुहावरों और छंदों का प्रयोग करें। फिर देखें कि आपकी बातों का कितना गहरा प्रभाव पड़ता है। इन कथनों की एक-एक पंक्ति ही प्रभावी है, अतः पूरा मुहावरा…

जीवन का बहीखाता

हमारा जन्म अर्थात खाता खोलना (opening stock) जीवन में जो आए अर्थात प्राप्ति (credit) जीवन से जो जाए अर्थात निकासी (debit) हमारे विचार (कल्पनाएं) अर्थात संपत्ति (assets) हमारा दृष्टिकोण अर्थात देनदारियां (liabilities) हमारी प्रसन्नता अर्थात लाभ (profit)…