माननीय , महोदय और महाशय में अंतर

माननीय , महोदय और महाशय में अंतर

आदर , श्रद्धा , सम्मान देना भारतीय संस्कृति का आत्मीय गुण है। जिस देश में माता-पिता, गुरु को पूजनीय समझा जाता है, वहां पर आदर सूचक शब्दों का कोश असीमित ही होगा। महानुभाव , महामना , माननीय , सम्माननीय , आदरणीय , महोदय/ महोदया , श्रीमान/ श्रीमती , जजमान आदि। यह शब्द हिंदी भाषी शब्द है इसके अलावा उर्दू , संस्कृत , तमिल , बंगाली सभी भारतीय भाषाओं में भी आदर सूचक अनेक शब्दों का प्रयोग किया जाता है।

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माननीय

माननीय  शब्द का प्रयोग उसके लिए किया जाता है जिसका मन से सम्मान करें , आदर करें। ऐसा व्यक्ति जिसने सम्मान के लिए अपने को सिद्ध किया हो। ऐसा व्यक्ति जो विशेष योग्यता रखता हो , प्रतिष्ठित हो , अपने कार्य क्षेत्र में सफल व सर्वश्रेष्ठ हो।  उदाहरण-

  1. माननीय प्रधानमंत्री जी आपने सभा में आकर सब को कृतार्थ किया।
  2. माननीय गण आपकी उपस्थिति से सभा में चार चांद लग गए।
  3. माननीय सभापति अब सभा को संबोधित करेंगे।

महोदय

महोदय शब्द का प्रयोग अधिकतर अपने से बड़ों या सम्मानित व्यक्तियों के लिए सम्मान सूचक शब्द के रूप में किया जाता है। इसके अतिरिक्त आदर के योग्य कोई भी व्यक्ति और उच्च अधिकारियों के लिए भी इस शब्द का प्रयोग करते हैं। सरकारी पत्र व्यवहार में भी महोदय शब्द का प्रयोग प्रचलन में रहता है। उदाहरण-

  1.  महोदय/महोदया निवेदन है कि…….।
  2. भाइयों, अतिथि महोदय पधार चुके हैं।
  3. माननीय महोदय से अनुरोध है कि वह सभा को संबोधित करें।

महाशय

महाशय एक आम आदर सूचक शब्द है जिस प्रकार श्रीमान या Mr शब्द का प्रयोग किया जाता है। महानुभाव , उच्च आशय रखने वाला व्यक्ति। दयालु व्यक्ति एवं मददगार व्यक्ति। उदाहरण-

  1. महाशय, क्या आप मेरी प्रार्थना पर विचार करेंगे।
  2. मिलिए, इन महाशय से इन्होंने ही विपत्ति में मेरा साथ दिया।
  3. महाशय, आप अपना स्थान ग्रहण कीजिए।
  • दूसरों की सद्भावना का आदर करना श्रेष्ठ पुरुषों  का कर्तव्य है।  पंडित मदन मोहन मालवीय
  • आदर में वह संतोष है, जो धन और भोग विलास में नहीं है। प्रेमचंद्र
आवत ही हरषै नहीं नैनन नहीं सनेह। 
तुलसी तहां न जाइये कंचन बरसे मेह।। 
अर्थात तुलसी जी कहते हैं जहां मान , सम्मान , प्रेम नहीं वहां नहीं जाना चाहिए , चाहे उनके आंगन में सोने की बारिश होती हो।

हमारे प्रिय पाठक श्री ऋषिकेश पाण्डेय  के अनुरोध पर माननीय, महोदय और महाशय मे अंतर लिख रहे हैं। हम अपने पाठक के आभारी हैं क्योंकि उनके सुझाव हमारा उत्साह बढ़ाते हैं।

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