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भारतीय संस्कृति और पश्चिमी संस्कृति में अंतर

परिपूर्ण संस्कृति सादगी की ओर, आंशिक संस्कृति बनाव-चुनाव की ओर दौड़ती है। यही प्रमुख अंतर है भारतीय और पश्चिमी संस्कृति में। संस्कृति - मनुष्य के आध्यात्मिक, मानसिक विकास को दर्शाने वाले तत्व जिनका संबंध संस्कारों से…

पानी के 10 प्रकार
मनोरंजक

पानी के 10 प्रकार

 आपः सर्वस्य भेषजीः।  (जल सब रोगों की एकमात्र दवा है) जल प्रकृति द्वारा दिया गया सर्वोत्तम उपहार हैं। मानव जीवन का अस्तित्व ही जल के कारण है। सभी प्राचीन सभ्यताएं नदियों के आसपास ही फली-फूली थी।…

लोक निंदा एक रोग

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज का गठन मानव के विकास ,सहयोग के लिए ही किया गया है। यदि समाज अपने मानसिकता, कुरीतियां, महिला ,वण॑, धर्म विरोधी नीतियों के चलते व्यक्ति में कुंठा ,निराशा, हताशा, तनाव…

समस्या के समाधान का पिरामिड
सामान्य जानकारी

समस्या के समाधान का पिरामिड

अनिश्चितता और विलम्ब हर समस्या के माता-पिता है। समस्या का बोध - जिस प्रकार शारीरिक रोग का पता चलना उसके इलाज के लिए अति आवश्यक होता है। उसी प्रकार किसी भी समस्या का कारण पता…

दैनिक डायरी का महत्व

 दैनिक डायरी लिखना एक प्रकार का आत्मचिंतन/स्वचिंतन ही है। डायरी एक प्रकार से हमारी परम मित्र हैं। यह हमें स्वयं से मिलाती है और हमारी भावनाओं, कार्यों , समीक्षाओं , समाधान और विचारों का प्रतिबिंब होती है।आपने…

स्वचिंतन और परचिंतन में अंतर
difference

स्वचिंतन और परचिंतन में अंतर

जहां स्वचिंतन है, वहां आत्मसम्मान है। जहां परचिंतन है ,वहां आत्मघात है।। स्वचिंतन का अर्थ - स्वचिंतन का अभिप्राय आत्म चिंतन से हैं अर्थात आत्म उत्थान , आत्म बल, आत्म विकास के लिए सजग रहना।…

भाषा , मातृभाषा , राजभाषा और राष्ट्रभाषा में अंतर

राष्ट्रभाषा विहीन - राष्ट्र विश्व में भारत एक ऐसा स्वतंत्र देश है जिसकी कोई राष्ट्रभाषा नहीं है। विभिनता में एकता दर्शाने वाला देश अपनी भावनाओं और विचारों को दर्शाने के लिए एक भाषा का चयन…

अर्चना, आराधना ,उपासना और पूजा में अंतर

आध्यात्मिक अनुभूति के निमित्त साधारण अर्चना, आराधना ,उपासना और पूजा पाठ से प्रारंभ करके ईश्वर के प्रति प्रगाढ़ प्रेम में लीन होने वाली सफल एवं प्रगतिशील मानसिक चिंताओं को भक्ति कहते हैं। पूजा,अर्चना को जो…

आलस्य – कारण और निवारण

 आलस्य जीवित मानव की कब्र है, जिसमें सब अच्छे गुण दफन हो जाते हैं । - कूपर  आलस्य सबसे अधिक विघ्न कारक है। आलस्य से देह और मन दोनों ही कमजोर होते हैं। जहां कोई…

अध्यापक , आचार्य और प्राध्यापक में अंतर

कबीरा हरि के रूठते ,गुरु की शरणे बताएं। कह कबीर गुरु रूठते, हरि नहिं होत सहाय।। गुरु का महत्व भारतीय संस्कृति का मूलभूत आधार था। गुरु को भगवान से भी बड़ा दर्जा दिया गया था।…