मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए सकारात्मक विचार अचूक औषधि की तरह कार्य करते हैं ।दोनों ही प्रकार के रोगों का मूल कारण नकारात्मक ,हिंसात्मक, निराशावादी , ईर्ष्या युक्त व्यक्तित्व होता है। अतः मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए हमें ध्यान ,धर्म , धारणा , अध्यात्मिक , मानसिक और बौद्धिक उत्थान के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए।