परिश्रम सफलता की कुंजी है

परिश्रम सफलता
प – पहली किरण से पूर्व जागो।
रि – रिश्ता आलस्य से तोड़ो।
श्र – श्रम से नाता जोड़ो।
म – महत्व समय का जानो।
स – सदा सत्य का पथ अपनाओं।
फ – फल की इच्छा ना मन में लाओ।
 ल – लगन व प्रयत्न से जी न चुराओ।
ता – ताज उद्यम के सिर पर लगाओ।
की – कीमत एक कर्म की पहचानो।
कु – कुसुम बनकर जीवन महकाऔ।
न् – न्याय के पथ से विचलित ना होना।
जी – जीवन संघर्ष से विरक्त ना होना।
है – है परिश्रम ही सफलता की कुंजी।
मनोरंजक