महिला सहकर्मियों के साथ व्यवहार क्या करें/क्या न करें

महिला सहकर्मियों के साथ व्यवहार क्या करें/क्या न करें

यदि आपके कार्यक्षेत्र में आपके साथ महिला कर्मचारी भी काम करते हैं तो कृपया इन बातों का ध्यान रखकर आप स्वंय सम्मानित रह सकते हैं और महिला को भी सम्मान देकर एक अच्छे मित्र बन सकते हो।
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विशाखा नीति निर्देश

महिला यौन उत्पीड़न के खिलाफ 2012 को संसद में कानून पास हुआ। जिसके अंतर्गत महिलाओं को यौन उत्पीड़न (शारीरिक व मानसिक) से बचाने के लिए विशाखा नीति निर्देश जारी किए। इसके अनुसार हर कार्य क्षेत्र (संगठित ,असंगठित, सार्वजनिक निजी) में इंटर्नल कंप्लेंट कमिटी ICC का होना अनिवार्य है।
यदि महिलाओं के प्रति अश्लील बातें , टिप्पणी , फिल्म दिखाना ,अवांछित रूप से छूना , अश्लील एम एमएस भेजना, फोन करना ,धमकी देना, काम में वरीयता देने की पेशकश करना आदि अपराध की श्रेणी में आते हैं ।यदि महिला शिकायत दर्ज करें तो 90 दिन के अंदर जांच प्रक्रिया पूरी की जाती है और सख्त कार्रवाई होती है।

अपने कार्य क्षेत्र का वातावरण सौहार्दपूण रखने के लिए महिलाओं को भी इन बातों का ध्यान रखना चाहिए-

    • साथी पुरुषकर्मी के साथ शिष्टता से पेश आएं।
    • घर, परिवार की बातें व जानकारी साझा ना करें।
    • पुरुष साथी के हाव भाव सही ना हो तो उसे नजरअंदाज ना करें।
    • अपने आप को अकेला, असहाय व कमजोर ना दिखाएं।
    • कानून ,अधिकारों की जानकारी रखें।
    • उनके बेहूदा मजाक पर कभी ना हंसे।
    • हमेशा पुरुष साथियों को गलत भी ना समझे।
  • अगर वे साथी आपके मित्र है, तो परिवारिक मित्रता बनाएं। महिलाओं की अपेक्षा पुरुष अच्छे मित्र साबित होते हैं क्योंकि वह स्वतंत्र प्रकृति के होते हैं।

अतः जरूरत पर समय निकालकर सहायता कर सकते हैं। वही महिला मित्र भावनात्मक रूप से सहायता देने में सक्षम होती है वह तुम्हारी भावनाओं को हृदय से समझ कर तुम्हारे मानसिक तनाव हो कम करने में सहायक होती है।अंत में, कार्यस्थल पर महिला  या पुरुष सहकर्मियों के साथ मित्रता , शिष्टता, सहयोग व सम्मान का भाव आपके कार्यस्थल को परिवारिक रुप प्रदान करेगा। इस तरह का वातावरण आपके मन ,मस्तिष्क  व स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा।

सामान्य जानकारी