न्युरोप्लास्टिसिटी (Neuroplasticity)

Neuroplasticity in hindi

न्यूरोप्लास्टिसिटी – यह हमारे मस्तिष्क में होने वाली एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके तहत हमारा मस्तिष्क बदलता रहता है। किसी भी विशेष कौशल(skill) को सीखने के लिए चाहे मस्तिष्क(Brain) किसी बच्चे का हो या किसी बड़े व्यक्ति का यह प्रक्रिया(process) दोनों में ही काम करती है।

इस प्रक्रिया में हमारा मस्तिष्क तीन स्तर (level) पर बदलता है।

  • रसायनिक(chemical) परिवर्तन– यह बदलाव बहुत जल्दी होता है ।यह हमारी short term memory को बनाता है और हमारी मोटर कौशल(Motor skills) में short term के लिए सुधार लाता है। जैसे – हम पियानो सीखने के लिए जाते हैं और पहली ही कक्षा में हमें लगता है कि हमने सीख लिया है। लेकिन यह केवल रसायनिक परिवर्तन लाता है जो सिर्फ short term memory को बनाता है।
  • संरचनात्मक(physical) परिवर्तन –यहाॅ पर हमारे मस्तिष्क की भौतिक संरचना परिवर्तित होती है । इस प्रक्रिया में समय लगता है और यह हमारी long term memory और  मोटर कौशल(motor skills) में सुधार लाता है। उदाहरण के लिए अगर हम पियानो की कक्षा में लगातार 21 दिनों के लिए जाते हैं तो हम पियानो अच्छे तरीके से सीख जाएंगे क्योंकि हमारे मस्तिष्क की संरचना(structure) पियानो के हिसाब से ढल गई है।
  • कार्यात्मक(functional) परिवर्तन – जैसे-जैसे हम मस्तिष्क के विशेष हिस्से को इस्तेमाल करते जाते हैं ।हमारे लिए विशेष कौशल को सीखना और भी आसान हो जाता है। उदाहरण के लिए अगर हम पियानो लगातार सालों तक बजाते हैं तो यह परिवर्तन हमारे मस्तिष्क में इस तरह आ जाएगा कि हम पियानो पर प्रभुत्व(mastery) हासिल कर लेंगे।

न्यूरोप्लास्टिसिटी  को चलाने का सबसे सही तरीका व्यवहार है। अगर हम सकारात्मक(positive) व्यवहार रखते हैं ,तो अनुसंधान(research) में पाया गया है कि न्यूरोप्लास्टिसिटी  के माध्यम से आघात(stroke) जैसी बीमारी, मस्तिष्क में हुई कोई चोट(injury) को भी ठीक किया जा सकता है।आज न्यूरोप्लास्टिसिटी के तहत हमारे मस्तिष्क को सकारात्मक व्यवहार अपनाने के लिए कहा जाता है , जिससे डर ,चिंता , उदासीनता , मनोग्रसित-बाध्यता विकार (OCD) जैसी बीमारी तक को नियंत्रित किया जा रहा है।

By – RISHI RATHOR :Life Coach (ऋषि राठौर )
सामान्य जानकारी