अस्त्र और शस्त्र में अंतर

अस्त्र-शस्त्र अर्थात युद्ध में प्रयोग होने वाले हथियार। युद्ध में एकमात्र उद्देश्य विजय प्राप्त करना होता है अतः उसमें अस्त्रों व शस्त्रों दोनों का प्रयोग मान्य है। क्या है यह अस्त्र-शस्त्र आइए जाने- 

अस्त्र और शस्त्र में अंतर

जब भी हम अस्त्र-शस्त्र की बात करते हैं। हमें रामायण और महाभारत सीरियल के वह दृश्य याद आ जाते हैं जिसमें बाणों से अग्नि, वर्षा, तूफान, गैस, विद्युत/बिजली और चमकदार रोशनी आदि ना जाने क्या-क्या निकल रहा होता था। इसके अतिरिक्त बहुत सारी सेना सामान्य हथियारों से भी लड़ रहे होते थे। इस तरह के दिव्य अस्त्रों को देखकर भ्रम की स्थिति उत्पन्न होती है क्या वास्तव में इस तरह के हत्यार संभव है। इसका जीते जागते उदाहरण आजकल के केमिकल वेपन ,बायोलॉजिकल वेपन, न्यूक्लियर वेपन और मिसाइलें है। तत्कालिक युद्ध में मिसाइलों के प्रयोग को दर्शाते हुए समाचारों में उसी तरह के दृश्य उभरते हैं जैसे रामायण और महाभारत काल के हो। यह उसी प्रकार के अस्त्र  है जो रसायनिक क्रियाओं/chemical reactions की मदद से बनाए जाते हैं और एक लॉन्चिंग पेंड(launching pad) से दूरस्थ लक्ष्य को सिद्ध करते हैं। इनके अलावा शस्त्रो के रूप में बंदूक ,मशीन गन, तोपे आदि जो युद्ध के मैदान में इस्तेमाल की जाती है।

अस्त्रमस्त्रेण शाम्यति

(अस्त्र को अस्त्र ही शान्त करता है।)

difference