परंपराएं- जैसा की हम जानते हैं कि प्रथाओं का अनुसरण करना ही परंपरा है। परंपराएं पीढ़ी दर पीढ़ी चलती रहती है। यह उस विशेष समुदाय की आदत , व्यक्तित्व का घोतक होती है। परंपराएं समय, स्थान के अनुसार बदलती जाती हैं। जैसे- गुरु शिष्य परंपरा , आधुनिक काल में विद्यालय के रूप में परिवर्तित हो गई है। इसी प्रकार ओर भी बहुत सारी परंपराएं जो पहले धार्मिक आधार पर होती थी उनका स्वरूप प्रजातांत्रिक आधार पर हो गया है। हालांकि परंपराएं विशेष धर्म, जाति और देश को दर्शाती है और उन्हें महान बनाती हैं ।
विरासत– विरासत का क्षेत्र सीमित से लेकर असीमित तक जाता है। विरासत एक परिवार (वंश) की भी होती है और विरासत देश , संस्कृति और सभ्यता की भी होती है। विरासत में भौतिक पदार्थ जैसे- धन , महल , संपदा और सांस्कृतिक धरोहर भी आ जाते हैं । विरासत अभौतिक भी होती है जिसमें सभ्यता , संस्कृति की पहचान होती है।
प्रथा की परिभाषाएं –
- रीति अथवा चलन मनुष्य के जीवन के महान पथ प्रदर्शक होते हैं।
- प्रथाओं के समान कोई भी अत्याचारी शासक नहीं होता है। जहां इसको घोषणाएं प्रतिबंधित नहीं होती है, वहां स्वतंत्रता नाम की कोई वस्तु नहीं होती है।
परंपरा की परिभाषाएं –
- मृत पीढ़ियों की परंपरा जीवित पीढ़ी के दिमाग पर भयावह स्वप्न के भांति सवार रहती है।
- परंपरा द्वारा इतिहास को सहायता प्राप्त होती है, परंतु उस पर विश्वास करने के लिए उसके कथनों का परीक्षण भली प्रकार कर लिया जाना चाहिए।
- मनुष्य को परंपरा द्वारा तर्कबुद्धि को नहीं जाना चाहिए बल्कि तर्कबुद्धि द्वारा परंपरा की पड़ताल करनी चाहिए।
विरासत की परिभाषा –
- स्वयं भूखा रहकर अपने उत्तराधिकारी को धनवान बनाना और अपने मित्र को शत्रु बना लेना पागलपन है क्योंकि आपकी मृत्यु के अवसर पर आपके द्वारा उसके लिए छोड़ी गई संपत्ति के अनुपात (ratio) में उसकी (उत्तराधिकारी की) प्रसन्नता होगी।